कम कैलोरी युक्त खाना दिल को रखता है जवान, जानें किन फूड्स का करें सेवन?

कम कैलोरी युक्त खाना दिल को रखता है जवान, जानें किन फूड्स का करें सेवन?

सेहतराग टीम

हम अपने शरीर को कई तरीकों से फिट रख सकते हैं। जैसे सुबह-सुबह वॉक करके, एक्सरसाइज करके, जिम जाकर और अच्छी डाइट लेकर हम अपने शरीर को तंदुरुस्त और फिट रख सकते हैं। यह सभी चीजें आवश्यक भी होती हैं और अपने-अपने तरीके से हमारे सेहत को फायदा भी पहुंचाती हैं। इन सबकी मदद से हम लंबे समय तक स्वस्थ्य रह सकते हैं। यह सब जानते हुए भी हम कई ऐसी गलतियां कर देते हैं जो हमारे शरीर के लिए नुकसानदायक होती हैं। उनमें से हम सबसे बड़ी गलती अपनी डाइट को लेकर करते हैं। दरअसल बाजार में आजकल कई तरह के फूड मिलते हैं जो हमारे शरीर के लिए नुकसानदायक होते हैं और ये जानते हुए भी हम उन्हें अपनी डाइट में शामिल कर लेते हैं।

पढ़ें- फैटी लिवर की समस्या से जूझ रहे लोगों को क्या खाना चाहिए?

हालांकि बाजार में मिलने वाले कई खाद्य पदार्थ काफी हेल्दी होते हैं तो कई चीजें कैलोरी से भरपूर होती हैं जो आपके मोटापे के लिए जिम्मेदार होती हैं। इसलिए मोटापा से बचने के लिए जरुरी है कि आप अपने जरुरी न्यूट्रीएंट्स के साथ लो कैलोरी फूड का सेवन करें। यह करने से आप मोटापे से बच सकते हैं और यह आपके मोटापे को घटाने में भी मददगार होगा।

हमारे खाने में अगर कैलोरी की मात्रा ज्यादा हो तो मोटापा बढ़ने का खतरा ज्यादा हो जाता है। इसलिए जितना हो सके अपनी डाइट में लो कैलोरी फूड का इस्तेमाल करें। लो कैलोरी फूड का फायदा सिर्फ मोटापा कम करने के लिए ही नहीं होता बल्कि अगर लंबे समय तक लो कैलोरी फूड खाया जाए तो हमारा दिल भी स्वस्थ्य रहता है। यह बात अमेरिका के वाशिंगटन विवि. के स्कूल ऑफ मेडिसन के शोध में कही गई है। शोध के अनुसार लो कैलोरी युक्त पौष्टिक आहार का सेवन किया जाए तो बढ़ती उम्र में भी हम स्वस्थ्य रहेंगे और हमारा दिल भी अच्छे से कार्य करेगा।

शोध में हिस्सा लेने वाले प्रोफेसर डॉ. ल्यूगी फांटाना ने बताया कि कम कैलोरी वाले भोजन से हम ज्यादा दिनों तक जवान रहते हैं। इससे बुढ़ापा जल्दी नहीं आता है। उन्होंने बताया कि इस शोध में 25 ऐसे लोगों को शामिल किया गया जिन्हे लगभग साढ़े छह साल तक संतुलित लेकिन कम भोजन दिया गया है। वहीं 25 ऐसे लोगों को भी शामिल किया गया जो ज्यादा कैलोरी वाले फूड का सेवन करते हैं। उस दौरान शोध करने वालों ने दोनों वर्ग के लोगों के ह्दय के कार्य करने के तरीके पर अध्ययन किया और उसके बाद यह निष्कर्ष निकाला। तो आज हम ऐसे ही कुछ डाइट के बारे में आपको बताएंगे जो कम कैलोरी वाले होते हैं और हमारे ह्दय को स्वस्थ्य रखने में हमारी मदद करते हैं। इसके साथ ही वजन घटाने में भी काफी सहायक होते हैं। तो आइए जानते हैं ऐसे ही लो कैलोरी वाले फूड के बारे में-  

सैलेड

वैसे तो कई प्रकार के खाद्य पदार्थ हैं जो लो कैलोरी युक्त हैं, लेकिन खाने में अगर हम रोजाना सैलेड का प्रयोग करें तो यह कुछ ज्यादा ही मददगार होगा। दरअसल सैलेड लो कैलोरी युक्त खाद्य पदार्थों में सबसे अच्छा खाद्य पदार्थ माना जाता है। इसलिए वजन नियंत्रित करने के लिए आप रोजाना अपने खाने में सैलेड का प्रयोग करें। वहीं अगर आप फिट रहना चाहते हैं तो अगर संम्भव हो तो हरे पत्ते युक्त सैलेड का प्रयोग करें। यही नहीं इसका ज्यादा सेवन करने से आपको बार-बार भूख भी नहीं लगेगी।

इडली

अगर आप कम कैलोरी वाला खाना खोज रहे हैं तो सबसे अच्छा विकल्फ इडली है। यह आज के समय में अधिकतर लोगों को काफी पंसद भी आता है। वैसे तो यह साउथ इंडियन फूड है लेकिन आज के समय में यह इतना लोकप्रिय हो चुका है कि इसे हर जगह पंसद किया जाता है। वहीं अगर इसको अपनी डाइट में शामिल करना चाहते हैं तो इसे तलने की बजाय स्टीम यानी भांप से पका कर खाने से आपको ज्यादा फायदा होगा। यह विकल्प आपका मोटापा घटाने में भी काफी मददगार होगा। क्योंकि यह कैलोरी काउंट को कम कर देता है। 

चिकन टिक्का

चिकन टिक्का आपको हेल्दी रखने के साथ ही आपको भरपूर स्वाद भी देता है। यह आपकी वेट लॉस डाइट में आपका फेवरेट भी बन सकता है। आपको बता दें कि ज्यादातर उत्तरी भारत रेस्तरां में इस डिश को परोसा जाता है। लेकिन अगर आप चिकन टिक्का घर पर बनाकर खाते हैं तो यह ज्यादा अच्छा साबित होगा।

 

इसे भी पढ़ें-

पीना है तो इम्यूनिटी बूस्टर टी पिएं, ऐसे करें तैयार

सेहत के लिए काफी लाभदायक है नींबू, जानें किन रोगों को दे सकते हैं मात

जानें कब, कितना और कैसे खाएं दही ताकि आपको फायदा हो नुकसान नहीं?

 

Disclaimer: sehatraag.com पर दी गई हर जानकारी सिर्फ पाठकों के ज्ञानवर्धन के लिए है। किसी भी बीमारी या स्वास्थ्य संबंधी समस्या के इलाज के लिए कृपया अपने डॉक्टर की सलाह पर ही भरोसा करें। sehatraag.com पर प्रकाशित किसी आलेख के अाधार पर अपना इलाज खुद करने पर किसी भी नुकसान की जिम्मेदारी संबंधित व्यक्ति की ही होगी।